भारत : शाश्वत आवाज
भारतः शाश्वत आवाज कन्नड भाषाका कविताको नेपाली अनुवादसङ्ग्रह हो । उक्त कृतिमा कन्नड भाषाका एकाउन्न जना कविहरू प्रत्येकका एकएक वटा कविताका नेपाली अनुवाद सङग्रहित रहेका छन् । सो पुस्तकका सबै कविताको अनुवाद कवि, गीतकार तथा अनुवादक सुमन पोखरेलद्वारा गरिएको छ । सो पुस्तकको प्रकाशन नेपाली कलासाहित्य डट कम प्रतिष्ठानले गरेको हो । नेपालका सम्माननीय उपराष्ट्रपति नन्दकिशोर पुनले २०७५ चैत २८ गते उपराष्ट्रपतिको कार्यालय, बहादुर भवन काठमाडौँमा सो पुस्तकको विमोचन गर्नु भएको थियो ।[१][२][३]
अनुवादक | सुमन पोखरेल |
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आवरण कलाकार | सुन्दर बस्नेत |
देश | नेपाल |
भाषा | नेपाली |
प्रकार | कविता |
प्रकाशक | नेपाली कलासाहित्य डट कम प्रतिष्ठान |
प्रकाशित मिति | २०७५ |
Published in English | 2019 |
पृष्ठ | २५७ |
आइएसबिएन | 978-9937-0-5391-4 |
पुस्तकको प्रकाशक संस्था नेपालीकला साहित्य डट कम प्रतिष्ठानका अध्यक्ष मोमिलाका अनुसार, “विदेशको साहित्यलाई देश भित्र्याउने सन्दर्भमा भारतको एउटा प्रान्त कर्नाटकको मूल भाषा कन्नडभाषी एकाउन्न आधुनिक कविका एकाउन्न कविताहरूलाई नेपाली भाषामा अनुवाद गरी’ भारतः शाश्वत आवाज प्रकाशित गरिएको हो ।[१]
पुस्तकको अनुवादसम्बन्धमा अनुवादक कवि सुमन पोखरेलले “कविता अर्को भाषामा अनूदित हुनु अघि मूलभाषामै अनुवादकको चेतनाको आकारभित्र खुम्चिने वा फैलिने भइसकेको हुन्छ, अर्को भाषामा अनूदित हुँदा त्यो फेरि अनुवादकको लक्षित भाषाको चेतनावृत्तभित्र अझ खुम्चिने वा अझ फैलिने गर्दछ । त्यसले गर्दा कविताको अनुवादमा कविको कल्पनाशक्ति, शब्द कौशल, साङ्गीतिक चेत, ज्ञानको आकार आदि अवयवहरू अनुवादकको सीमितता वा वैशिष्ट्यबाट प्रभावित हुने सम्भावना रहन्छ । ‘कविताको अनुवाद कविले मात्र गर्न सक्छ’ भन्नुको कारण पनि यही हो; र यही नै अनुवादको जोखिम र अनुवादकको सबैभन्दा ठूलो चुनौति पनि हो । साथै अनुवादकले सबैभन्दा ज़्यादा सन्तुलन राख्नुपर्ने ठाउँ पनि त्यही हो । तिनै जोखिम र चुनौतिहरूका बीच रहेर यी कविताहरू मैले सकेसम्म संवेदनशील, सन्तुलित र गम्भीर भएर अनुवाद गर्ने कोशिस गरेको छु । यी कविता मूल भाषाबाट नेपालीमा अनुवाद गरिएका हैनन् । मूल कन्नड भाषाबाट अङ्ग्रेजीमा अनुवाद भइबसेका ‘अनुवाद’को अनुवाद हो यो । र नेपाली भाषासँग अङ्ग्रेजी भाषाभन्दा कन्नड भाषा बढी नजीकको भएकोले सम्भव भएसम्म मूललाई समातेर ल्याउने कोशिश गरेको” भनी उक्त पुस्तकको अनुवादकीयमा आफ्नो धारणा राखेका छन् ।[१]
भारत : शश्वत आवाजमा संलग्न कविताको विवरण -
कविताको शीर्षक | कवि | मूल भाषा | अघिल्लो भाषा | स्रोत |
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ईश्वरले लालमोहर लगाए | कुभेम्पु (के.भी. पुट्टप्पा) | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
गङ्गाको अवरोहण | डी.आर. बेन्द्रे | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
दानव (हिटलर) र कवि | डा. भी. के. गोकक 'विनायक' | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
को हौ तिमी? | यू. आर. अनन्तमूर्ति | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
मेरो गोजी | डा. जी.एस. शिवरुद्रप्पा | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
हजारौँ नदीहरू | सिद्धलिङ्गलाह | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
मेरी आमा | पी. लङ्केश | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
अमेरिका अमेरिका... | निसार अहमद | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
उहिल्यै कुनैबेला | चन्द्रशेखर पाटील | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
मयुर वन | बडागुरु रामचन्द्रप्पा | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
वाचनोध्यान | सिद्धय्या पुराणिक | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
कविता | कालेगोव्डा नागावारा | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
काठमान्डु जाने बाटो | डोद्दारेङ्गे गोव्डा | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
हराएको गीत | सिद्धलिङ्गा पत्तना सेट्टी | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
अन्तिम शब्द | जयन्त कैकिनी | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
मैले भोगेको त्रासदी | विजयश्री सबराद | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
मैले कविता लेख्न खोजेको हैन | चेन्नवीरा कान्भी | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
सूर्य | बी.ए. सनादी | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
फिलाडेल्फियामा एक बृद्धले जे भने | सुमतीन्द्र नाडिग | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
आमा | सर्जु काटकर | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
घोषणापत्र | रम्जन दर्गा | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
पेट्रोमक्स बोक्ने कोराभासहरू | जम्बन्न अमरचिन्ता | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
अहिले पनि त्यहाँ | सुब्बु होलेयर | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
अहल्या | जी.एस. सिद्धालिङ्गलाह | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
एउटा रहस्य | जरागनहल्ली शिवशङ्कर | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
केटाकेटी सधैँ केटाकेटी नै रहुन् | एच.एस. वेङ्कटेश मूर्ति | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
एउटा अर्को सिद्धार्थ | एच. ढुण्डिराज | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
सुख र दु:ख | टी.भी. कट्टिमणि | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
छालाको झोला | मल्लिका घान्ती | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
तीन प्रश्न | बासवराज सबराद | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
ढोग्छु म ईश्वरलाई | बी.आर. लक्ष्मण राव | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
अतीत | एम. गोपालकृष्ण अडिगा | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
गुलाफका वंशज | अल्लामा प्रभू बेत्तागुरु | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
एलिभेटर | आरती एच. एन. | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
त्यस रातको मृतकको अन्त्येष्ठी | लोकेश अगसन कट्टे | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
एउटा अनुभव | लता राजशेखर | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
ठूला हाकिमलाई | चन्द्रशेखर ताल्या | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
नयाँ कविता | मनु बालिगर | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
मैले चिनेको एउटा | के. भी. श्रीनिवास मूर्ति | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
पर्खाइ... | सिद्धराज पुजारी | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
मेरी आमा | जी. अब्दुल बसीर | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
आगोकी छोरी | सुकन्या मारुती | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
सङ्कोची पछ्यौरा | ज्योति गुरुप्रसाद | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
हे ईश्वर! एकपल्ट नारी बनेर हेर | के. सरिफा | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
बाटाभरि | एल.एन. मुकुन्दराज | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
बोधिबृक्षका फेदमा | मोहन नागम्मनावर | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
स्वतन्त्रता | लता गुट्टी | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
जलिरहेकी धरती | टी.सी. पूर्णिमा | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
प्रतिबन्ध | आर. तारिणी शुभदायिन | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
हे बाघ, तँ हुँदाहुँदै | तेजश्री जे. एन. | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
दुई किसान | एस. आर. एक्कुन्दी | कन्नड | अङ्ग्रेजी | [१] |
सन्दर्भ सामग्री
सम्पादन गर्नुहोस्- ↑ १.०० १.०१ १.०२ १.०३ १.०४ १.०५ १.०६ १.०७ १.०८ १.०९ १.१० १.११ १.१२ १.१३ १.१४ १.१५ १.१६ १.१७ १.१८ १.१९ १.२० १.२१ १.२२ १.२३ १.२४ १.२५ १.२६ १.२७ १.२८ १.२९ १.३० १.३१ १.३२ १.३३ १.३४ १.३५ १.३६ १.३७ १.३८ १.३९ १.४० १.४१ १.४२ १.४३ १.४४ १.४५ १.४६ १.४७ १.४८ १.४९ १.५० १.५१ १.५२ १.५३ पोखरेल, सुमन (२०७४), शाश्वत आवाज, काठमाडौँ: नेपाली कलासाहित्य डट कम प्रतिष्ठान, ISBN 978-9937-0-5391-4।
- ↑ गोरखापत्र संवाददाता, काठमान्डु (चैत २९, २०७५), "साहित्य समाजको ऐना", काठमाडौँ, अन्तिम पहुँच अप्रिल ३०, २०१९।
- ↑ कान्तिपुर संवाददाता, काठमान्डु (चैत २९, २०७५), "काइँला र सरुभक्तलाई कलाश्री", काठमान्डु, अन्तिम पहुँच अप्रिल ३०, २०१९। वेब्याक मेसिन अभिलेखिकरण २०१९-०५-०१ मिति