"एडल्फ हिटलर" का संशोधनहरू बिचको अन्तर

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== संघर्ष ==
 
==राजनितीकराजनैतिक जिवन==
१९१८ मा हिटलरले नाजी पार्टीको स्थापना गरे। यसको प्रत्येक सदस्यमा देशप्रेमको भावना ओतप्रोत थियो। यश दलले प्रथम विश्व युद्धमा जर्मनीको पराजयको लागि यहुदीलाई दोषी ठहर्यायो।। आर्थिक स्थिति खराब भएकोले जब नाजी पार्टीका नेता हिटलरले आफ्नो ओजस्वी सम्बोधनहरूमा आर्थिक अवस्थालाई सुधृढ गर्ने आश्वासन दिए, कयौं जर्मन यश दलको सदस्य बने।। हिटलर ने भूमिसुधार करने, वर्साई संधि को समाप्त करने और एक विशाल जर्मन साम्राज्य की स्थापना का लक्ष्य जनता के सामने रखा जिससे जर्मन लोग सुख से रह सकें। इस प्रकार 1922 ई. में हिटलर एक प्रभावशाली व्यक्ति हो गए। उन्होंने [[स्वस्तिक]] को अपने दल का चिह्र बनाया जो कि हिन्दू धर्म में भी शुभ प्रतीक माना जाता है समाचारपत्रों के द्वारा हिटलर ने अपने दल के सिद्धांतों का प्रचार जनता में किया। भूरे रंग की पोशाक पहने सैनिकों की टुकड़ी तैयार की गई। 1923 ई. में हिटलर ने जर्मन सरकार को उखाड़ फेंकने का प्रयत्न किया। इसमें वे असफल रहे और जेलखाने में डाल दिए गए। वहीं उन्होंने ''[[मीन कैम्फ]]'' ("[[मेरा संघर्ष]]") नामक अपनी आत्मकथा लिखी। इसमें नाज़ी दल के सिद्धांतों का विवेचन किया। उन्होंने लिखा कि [[आर्य]] जाति सभी जातियों से श्रेष्ठ है और जर्मन आर्य हैं। उन्हें विश्व का नेतृत्व करना चाहिए। यहूदी सदा से संस्कृति में रोड़ा अटकाते आए हैं। जर्मन लोगों को साम्राज्यविस्तार का पूर्ण अधिकार है। [[फ़्रान्स|फ्रांस]] और [[रूस]] से लड़कर उन्हें जीवित रहने के लिए भूमि प्राप्ति करनी चाहिए।
 
==सन्दर्भ सूची==
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