"सुनामी" का संशोधनहरू बिचको अन्तर

सा वि. म.: हिज्जे ठीक (-अगाडी +अगाडि)
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सूनामी लहरको पछाडि सामान्यतया धेरै कारण हुदछ तर सबैभन्दा असरदार कारण हो भुकम्प। यसको अलावा जमीन भासिने, ज्वालामुखी फुट्ने, कुनै किसिमको विस्फोट हुनु र कहिने काही उल्कापातको असरबाट पनि सूनामी लहर उठदछ।
;भूकंप
जब कभी भीषण भूकम्प की वजह से समुद्र की ऊपरी परत अचानक खिसक कर आगे बढ जान्छ तो समुद्र अपनीआफ्नो समांतर स्थिति में ऊपर की तरफ बढने लाग्छ। जो लहरें उस वक्त बनती हैं वो सूनामी लहरें हुन्छं. इसका एक उदाहरण ये हुन सक्छ कि धरती की ऊपरी परत फुटबल की परतों की तरह आपस में जुडी हुई है या कहें कि एक अंडे की तरह से है जिसमें दरारें हों।पहले सूनामी को समुद्र में उठने वाले ज्वार के रूप में पनि लिया गइरह्यो है तर ऐसा नहीं है. दरअसल समुद्र में लहरे चाँद सूरज और ग्रहों के गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव से उठती हैं तर सूनामी लहरें इन आम लहरों से अलग हुन्छं।
 
जैसे अंडे का खोल सख्त हुन्छ तर उसके भीतर का पदार्थ लिजलिजा और गीला हुन्छ। भूकम्प के असर से ये दरारें चौडी होकर अंदर के पदार्थ में इतनी हलचल पैदा गर्छं कि वो तेजी से ऊपर की तरफ का रूख कर लेता है। धरती की परतें पनि जब किसी पनि असर से चौडी हुन्छं तो वो खिसकती हैं जिसके कारण महाद्वीप बनते हैं. तो इस तरह ये सूनामी लहरें बनती हैं। तर ये पनि जरूरी नहीं कि हर भूकम्प से सूनामी लहरें बने. यसको लागि भूकम्प का केंद्र समुद्र के अंदर या उसके आसपास होना जरूरी है।
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