नीलम कार्की
नीलम कार्की "निहारिका" नेपाली भाषाकी साहित्यकार हुन्। उनले उपन्यास, कविता, र कथा जस्ता विधामा कलम चलाएकी छिन्। कार्कीले योगमाया उपन्यासका लागि विसं २०७४ को मदन पुरस्कार पाएकी थिइन्। मदन पुरस्कार पाउने कार्की चौथी महिला साहित्यकार हुन्। [१]
नीलम कार्की निहारिका | |
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जन्म | ९ अप्रिल १९७५ |
राष्ट्रियता | नेपाली |
मातृ शिक्षाप्रतिष्ठान | त्रिभुवन विश्वविद्यालय |
पेशा | लेखक |
कार्यकाल | १९९४ -वर्तमान |
उल्लेखनीय कार्य | योगमाया, द्रौपदी अवशेष |
पुरस्कार | मदन पुरस्कार |
पुस्तकहरू
सम्पादन गर्नुहोस्प्रकाशन को वर्ष | शीर्षक | विधा | नोट |
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सन् १९९४ | मौन जीवन | उपन्यास | |
सन् १९९७ | नियतिको खेल | ||
सन् २००६ | हवन | कथा संग्रह | |
मस्तिष्क ज्वरो | लामो कविता | ||
निलम कार्की निहारिकाका कविता | कथा संग्रह | ||
सन् २००७ | कागजमा दस्तखत | ||
सन् २०१२ | बेली | ||
सन् २०१४ | अर्की आइमाई | उपन्यास | |
सन् २०१६ | चीरहरण | विजेता - पद्मश्री साहित्य पुरस्कार, सन् २०१६
मनोनीत - मदन पुरस्कार, सन् २०१६ | |
सन् २०१८ | योगमाया | विजेता - मदन पुरस्कार, सन् २०१८ | |
सन् २०१९ | ४३ कथा | कथा संग्रह | |
सन् २०२१ | द्रौपदी अवशेष | उपन्यास |
सन्दर्भ सामग्रीहरू
सम्पादन गर्नुहोस्- ↑ "नीलम कार्की: मदन पुरस्कार पाउने चौथी महिला स्रष्टा", बिबिसी, २७ अगस्ट २०१८।