"धनञ्जय गोत्र" का संशोधनहरू बिचको अन्तर
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'''<big>सर्वेभवन्तु सुखिन: सर्वे सन्तु निरामया:। सर्वेभद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दु:खभाग भवेत् ।
शान्तिरेव शान्ति: सा मा शान्तिरेधि॥ ॐ शान्ति: शान्ति: शान्तिः॥''' '''१८.१ हिन्दू धर्मका संस्कारहरू'''
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