विकिपिडिया:वर्ण विन्यास र हिज्जे
नेपाली विकिपिडियामा शुद्ध शब्दहरूको प्रयोगको निम्ति निम्न दिशानिर्देशको पालना गर्न सबै प्रयोगकर्ताहरूलाई निवेदन गरिन्छ। यी नियमहरू नेपाली बृहत् शब्दकोश, नेपाली व्याकरणका पुस्तक, नेपाल सरकारद्वारा स्वीकृत वर्ण विन्यास प्रयोग सम्बन्धी दस्तावेजहरूको अधारमा तयार गरिएका छन्। यसमा कुनै थप नियम तथा जानकारी दिनु परे यस पृष्ठको वार्तालापमा राखिदिनहुन सबैलाई अनुरोध गरिन्छ। नेपाली विकिपिडियामा भाषा प्रयोगमा देखा परेका त्रुटिहरू सच्याउन यसले धेरै मद्दत गर्नेछ।
अन्त्यमा दीर्घ हुने शब्दहरू
अशुद्ध शब्दहरू | शुद्ध रूप |
---|---|
बहिनि, दिदि, काकि, सालि, छोरि, स्वास्नि, रानि, भैसिँ | बहिनी, दिदी, काकी, साली, छोरी, स्वास्नी, रानी, भैसीँ |
भाउजु, माइजु, फुपु, सासु | भाउजू, माइजू, फुपू, सासू |
टोपि, कौसि, फर्सि, डालि, चिम्टि, मिठाइ, सलाइ | टोपी, कौसी, फर्सी, डाली, चिम्टी, मिठाई, सलाई |
केहि, कोहि, यहिं | केही, कोही, यहीँ |
व्यापारि, नोकरि, सिपाहि, नेपालि, अधिकारि, कास्कि, गुल्मि | व्यापारी, नोकरी, सिपाही, नेपाली, अधिकारी, कास्की, गुल्मी |
राम्ररि, यसरि, उसरि, जसरि, कसरि, त्यसरि | राम्ररी, यसरी, उसरी, जसरी, कसरी, त्यसरी |
हामि, तिमि, उनि, तिनि, यि, उनकि, उसकि, हाम्रि | हामी, तिमी, उनी, तिनी, यी, उनकी, उसकी, हाम्री |
गरीबि, इमान्दारि, बेहोशि, ज्ञानि, गोरि, राम्रि | गरीबी, इमान्दारी, बेहोशी, ज्ञानी, गोरी, राम्री |
पञ्चम वर्ण प्रयोग सम्बन्धित नियम
संस्कृतबाट आएका शब्दहरू(तत्सम पद)मा शिरबिन्दुदेखि उता क, च, ट, त, प वर्ग भए शिरबिन्दुको स्थानमा त्यसै वर्गको ङ, ञ, ण, न, म लगाउनु पर्दछ।
# | शिरबिन्दुदेखि परको वर्ग | संस्कृतबाट आएका शब्दहरू(तत्सम) | शिरबिन्दुको स्थानमा प्रयोग हुने वर्ग | नेपालीमा लेखिनु पर्ने शब्दहरू |
---|---|---|---|---|
शिरबिन्दु सम्बन्धी नियम
नेपाली भाषामा संस्कृतबाट आएका शब्दहरू अर्थात तत्सम शब्दहरूमा मात्रै शिरबिन्दुको प्रयोग गर्नुपर्छ। तद्भव, आगन्तुक तथा मौलिक नेपाली शब्दमा यसको प्रयोग गर्नु हुँदैन। तत्सम शब्दहरूमा य, र, ल, व, श, स, ष, ह, ज्ञ को आगाडि नासिक्य ध्वनि उच्चारण भएमा शिरबिन्दुको प्रयोग हुन्छ।
# | शब्द | उदाहरण |
---|---|---|
१ | य | संयोग, संयम |
२ | र | संरचना, संरक्षण, संरक्षक |
३ | ल | संलग्न, संलाप |
४ | व | संवाद, संविधान, संवार्ता |
५ | श | अंश, संशय, वंश, कंश |
६ | स | संस्कृति, संस्था, संसार |
७ | ष | - |
८ | ह | संहार, संहिता |
९ | ज्ञ | संज्ञा, संज्ञापद |
चन्द्रबिन्दु ( ँ) सम्बन्धी नियम
नेपाली भाषामा संस्कृतबाट आएका शब्दहरू अर्थात तत्सम शब्दहरूबाट तद्भव शब्द बनेका शब्द तथा आगन्तुक शब्दमा नासिक्य ध्वनि उच्चारण भएमा चन्द्रबिन्दुको प्रयोग हुन्छ।
गएँ, खाएँ, गाउँछ, आउँछ, काँठ, आँप, अँध्यारो, उँभो, सँग, काठमाडौँ, हुँदा, गरिँदै, दसैँ, नवौँ, पाँचौँ
'तत्सम' बाट 'तद्भव' बनेका शब्दहरू
# | तत्सम शब्द | तद्भव शब्द |
---|---|---|
१ | हंस | हाँस |
२ | वंश | बाँसुरी |
३ | कण्ठ | घाँटी |
४ | आम्र | आँप |
५ | ग्राम | गाउँ |
६ | अङ्गुल | औँला |
७ | अक्षि | आँखा |
'स्वरान्त' वा 'द्विस्वरान्त' धातुमा 'दा, दै, दो' जोडिँदा अघिल्लो वर्णमा चन्द्रबिन्दुको प्रयोग हुने शब्दहरू
# | धातु | जोड शब्द | बन्ने शब्द |
---|---|---|---|
१ | खा | दा | खाँदा |
२ | दि | दै | दिँदै |
३ | हु | दो | हूँदो |
४ | समाउ | दै | समाउँदै |
५ | रमाउ | दा | रमाउँदा |
'वर्तमान', 'भूत' र 'भविष्यत्' कालका प्रथम पुरुष क्रियापदमा चन्द्रबिन्दुको प्रयोग हुने शब्दहरू
# | उदाहरण |
---|---|
१ | हामी बजार 'जान्छौं'। |
२ | हामी बजार 'गयौँ'। |
३ | हामी बजार 'जानेछौं'। |
४ | हामी खेल 'खेल्दैछौं'। |
५ | हामी खेल खेल्दै 'थियौँ'। |
६ | मैले खाना 'खाएँ'। |
क्रियापदमा 'द' वा 'छ' को आगाडि 'उ' आएमा चन्द्रबिन्दुको प्रयोग हुने शब्दहरू
गाउँछ, खेलाउँछ, सुनाउँदछ, पढाउँदछन्
सङ्ख्यावाचक शब्दलाई नेपालीमा लेख्ने तरिका
एक, दुई, तिन, चार, पाँच, छ, सात, आठ, नौ, दस, एघार, बाह्र, तेह्र, चौध, पन्ध्र, सोह्र, सत्र, अठार, उन्नाइस, बिस, एक्काइस, बाइस, तेइस, चौबिस, पच्चिस, छब्बिस, सत्ताइस, अठ्ठाइस, उनन्तिस, तिस, एकतिस, बत्तिस, तेत्तिस, चौतिस, पैँतिस, छत्तिस, सैँतिस, अठतिस, उनन्चालिस, चालिस, एकचालिस, बयालिस, त्रिचालिस, चवालिस, पैँतालिस, छयालिस, सतचालिस, अठचालिस, उनन्चास, पचास, एकाउन्न, बाउन्न, त्रिपन्न, चउन्न, पचपन्न, छपन्न, सन्ताउन्न अन्ठाउन्न, उनन्साठी, साठी, एकसट्ठी, बयसट्ठी, त्रिसट्ठी, चौसट्ठी, पैँसट्ठी, छयसट्ठी, सतसट्ठी, अठसट्ठी, उनन्सत्तरी, सत्तरी, एकहत्तर, बहत्तर, त्रिहत्तर, चौहत्तर, पचहत्तर, छयहत्तर, सतहत्तर, अठहत्तर, उनासी, असी, एकासी, बयासी, त्रियासी, चौरासी, पचासी, छयासी, सतासी, अठासी, उनानब्बे, नब्बे, एकानब्बे, बयानब्बे, त्रियानब्बे, चौरानब्बे, पन्चानब्बे, छयानब्बे, सन्तानब्बे, अन्ठानब्बे, उनान्सय, सय
विभक्ति सम्बन्धी नियम
नेपाली भाषामा ले, बाट, द्वारा, लाई, लागि, निम्ति, देखि, को, का, की, रो, रा, री, नो, ना, नी, मा र माथि शब्दहरूलाई विभक्ति भनिन्छ, यिनको प्रयोग निम्न प्रकार गरिन्छ।
# | कारक | भूमिका | विभक्ति | चिह्न | उदाहरण |
---|---|---|---|---|---|
१ | कर्ता | काम गर्ने | प्रथमा | ले, बाट, द्वारा | रामले पढ्यो। |
२ | कर्म | कामको असर पर्ने | द्वितीया | लाई | रामले श्यामलाई पिट्यो। |
३ | करण | काम गर्ने साधन | तृतीया | ले, बाट, द्वारा | उसले चम्चाले खाना खान्छ। |
४ | सम्प्रदान | जसका लागि काम गरिन्छ | चतुर्थी | लाई, लागि, निम्ति | अर्जुनले बहिनीलाई घर ल्याउँछ। |
५ | अपादान | छुट्टिने ठाउँ, सुरु हुने समय | पञ्चमी | देखि, बाट | ऊ इटहरीबाट आयो। |
६ | सम्बन्ध | स्वामित्व देखाउने | षष्ठी | को, का, की, रो, रा, री, नो, ना, नी | उसको/उसका/उनकी/मेरा/आफ्ना |
७ | अधिकरण | आधार दिने | सप्तमी | मा, माथि | टेबुलमा किताब छ। |