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'''अमृतसर''' ([[पंजाबी भाषा|पंजाबी]]:ਅੰਮ੍ਰਿਤਸਰ) [[भारत]] केको [[पंजाब]] [[प्रान्त]] का एक शहर है।हो। अमृतसर [[पंजाब]] का सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र शहर माना जाता है।मानिन्छ। पवित्र इसलिए माना जाता है क्योंकि सिक्खों का सबसे बडा गुरूद्वारा [[स्वर्ण मंदिर]] अमृतसरअमृतसरमा में हीनै है।छ। [[ताजमहल]] के बादपछि सबसे ज्यादा पर्यटक अमृतसर केअमृतसरको स्वर्ण मंदिरमंदिरलाई कोनै ही देखने आतेहेर्न हैं।आउदछन। स्वर्ण मंदिर अमृतसर का दिल माना जाता है।मानिन्छ। यह गुरू रामदास का डेरा हुआ करता था। अमृतसर काअमृतसरको इतिहास गौरवमयी है।छ। यह अपनी संस्कृति और लड़ाइयों केको लिएलागि बहुत प्रसिद्ध रहारहेको है।छ। अमृतसर अनेक त्रासदियों और दर्दनाक घटनाओंघटनाहरु कासाक्षी गवाहरहेको रहा है।छ। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का सबसे बडा नरसंहार अमृतसर केअमृतसरको जलियांवाला बाग में ही हुआ था। इसकेयस बादपछि भारत पाकिस्तान केपाकिस्तानको बीच जो बंटवारा हुआ उस समय भी अमृतसर में बडा हत्याकांड हुआ। यहीं नहीं अफगान और मुगल शासकों ने इसकेयस ऊपरमाथि अनेक आक्रमण किए और इसको बर्बाद कर दिया। इसकेयसको बावजूद सिक्खों ने अपने दृढ संकल्प और मजबूत इच्छाशक्ति से दोबारा इसको बसाया। हालांकि अमृतसर में समय केसमयको साथ काफी बदलाव आएआएको हैं लेकिन आज भी अमृसतर की गरिमा बरकरारकायम है।छ।
 
== इतिहास ==
[[चित्र:Goldentemple (82).JPG|right|200px]]
अमृतसर लगभग साढे चार सौ वर्ष से अस्तित्वअस्तित्वमा में है।छ। सबसे पहले गुरू रामदास ने 1577 में 500 बीघा में गुरूद्वारे की नींव रखी थी। यह गुरूद्वारा एक सरोवर केसरोवरको बीच में बनाबनेको हुआ है।छ। यहां का बना तंदूर बडा लजीज होता है।हुदछ। यहां पर सुन्दर कृपाण,आम पापड,आम का आचार और सिक्खों की दस गुरूओं की खूबसूरत तस्वीरें मिलतीतस्वीर हैं।पाईन्छ।
 
अमृतसर में पहले जैसा आकर्षण नहीं रहा। अमृतसरअमृतसरको केसाथ पास उसकेत्यसको गौरवमयी इतिहास केइतिहासको अलावा कुछकेहि भीपनि नहीं है।छैन। अमृतसर में स्वर्ण मंदिर केमंदिरको अलावा देखने लायक कुछकेहि है तोत्यो वहहो है अमृतसर काअमृतसरको पुराना शहर। इसकेयसको चारों तरफ दीवार बनीबनेको हुई है।छ। इसमें बारह प्रवेश द्वार है।छ। यह बारह द्वार अमृतसर की कहानी बयान करते हैं।गर्दछ। अमृतसर दर्शन केको लिएलागी सबसे अच्छा साधन साईकिल रिक्शा और ऑटो हैं।हो।
इसी प्रचालन को आगे बढ़ने और विरासत को सँभालने के उद्देश से पंजाब पर्यटन विभाग ने [http://www.lovefazilka.org फाजिल्का] की एक गैर सरकारी संस्था ग्रेजुएट वेलफेयर एसोसिएशन फाजिल्का से मिलकर, फाजिल्का से शुरू हुए इकोफ्रेंडली रिक्शा ने नए रूप, "ईको- कैब" को अमृतसर में भी शुरू करगरेको दिया है | अब अमृतसर में रिक्शा की सवारी करते समय ना केवल पर्यटकों की जानकारीजानकारीको के लिएलागी ईको- कैब में शहर का पर्यटन नक्सा मानचित्र है, बल्कि पीने केपिउनको लिएलागी पानी की बोतल, पढने केको लिएलागी अख़बार और सुननेसुन्नको के लिएलागी एफ्फ़ एम्म रेडियो जैसे सुविधाए भीपनि है |
 
== मुख्य आकर्षण ==
=== अमृतसर का स्वर्ण मंदिर ===
{{main|हरिमंदिर साहिब}}
स्वर्ण मंदिर अमृतसर का सबसे बडा आकर्षण है।हो। इसका पूरा नाम हरमंदिर साहब हैहो लेकिन यह स्वर्ण मंदिर केमंदिरको नाम से प्रसिद्ध है।छ। पूरा अमृतसर शहर स्वर्ण मंदिरमंदिरको केचारै चारोंतर्फ तरफबसेको बसा हुआ है।छ। स्वर्ण मंदिर में प्रतिदिन हजारों पर्यटक आतेआउद हैं।छन। अमृतसर का नाम वास्वत में उस तालाब के नाम परतालाबको रखानाममा गयाराखिएको है जिसका निर्माण गुरू रामदास ने अपने हाथों से कराया था।
 
सिक्ख भगवान में विश्वास नहीं करते। उनकेत्यसको लिएलागी गुरू हीनै सबसबै कुछकुरा हैं।हो। स्वर्ण मंदिर में प्रवेश करने से पहले वह मंदिर केमंदिरको सामने सर झुकातेझुकाउद हैंछन,फिर पैरफेरी धोनेखुट्टा केधुए बादपछि सीढियों से मुख्य मंदिर तकसम्म जाते हैं।जान्छन। सीढियों केको साथ-साथ स्वर्णमंदिर से जुडी हुई सारी घटनाएं और इसका पूरा इतिहास लिखालेखिएको हुआ है।छ। स्वर्ण मंदिर बहुत ही खूबसूरतआकर्षक है।छ। इसमें रोशनी की सुन्दर व्यवस्था की गईगरिएको है।छ। सिक्खों केको लिएलागी स्वर्ण मंदिर बहुत ही महत्वपुर्ण है।छ। सिक्खों केको अलावा भी बहुत से श्रद्धालु यहां आतेआउद हैं।छन। उनकी स्वर्ण मंदिर और सिक्ख धर्म में अटुट आस्था है।छ।
 
हरमंदिर साहब परिसर में दो बडे़ और कई छोटे-छोटे तीर्थस्थल हैं।हो। ये सारे तीर्थस्थल जलाशय के चारोंको तरफचारै फैलेतर्फ हुएफैलिएको हैं।छ। इस जलाशय को अमृतसर और अमृत झील केको नाम से जाना जाता है।जानिन्छ। पूरा स्वर्ण मंदिर सफेद पत्थरों से बनाबनेको हुआ है और इसकी दिवारों पर सोने की पत्तियों से नक्काशी की गईगरिएको है।छ। हरमंदिर साहब में पूरे दिन गुरु बानी की स्वर लहरियां गुंजती रहती हैं।गुञिरहन्छ। मंदिर परिसर में पत्थर का स्मारक लगाटासिएको हुआ है।छ। यह पत्थर जांबाज सिक्ख सैनिकों को श्रद्धाजंलि देने के लिएदिनको लगालागी हुआटासिएको है।हो।
 
=== जलियांवाला बाग ===
{{main|जलियांवाला बाग}}
13 अप्रैल 1919 को इस बाग में एक सभा का आयोजन किया गया था। यह सभा ब्रिटिश सरकार केसरकारको विरूद्ध थी। इस सभा को बीच में ही रोकनेरोक्नको के लिएलागी जनरल डायर ने बाग केको एकमात्र रास्ते को अपने सैनिकों केको साथ घेर लिया और भीड़ पर अंधाधुंध गोली बारी शुरू कर दी। इस गोलीबारी में बच्चों,बुढ़ों और महिलाओं समेत लगभग 300 लोगों की जान गई और 1000 से ज्यादा घायल हुए। यह घटना को इतिहास की सबसे दर्दनाक घटनाओं में से एक माना जाता है।मानिन्छ।
 
जलियां वाला बाग हत्याकांड इतना भयंकर था कि उस बाग में स्थित कुआं शवों से पूरा भर गया था। अब इसे एक सुन्दर पार्क में बदलपरिजर्तन दियागरिएको गयाहो है और इसमें एक संग्राहलय का निर्माण भी कर दियापनि गयागरेको है।छ। इसकी देखभाल और सुरक्षा की जिम्मेदारी जलियांवाला बाग ट्रस्ट कीको है।हो। यहां पर सुन्दर पेडरुखहरु लगाएलगाईएको गए हैं और बाड़ बनाईबगैचा गईबनाईएको है।छ। इसमें दो स्मारक भीपनि बनाएबनाईएको गए हैं।छ। जिसमें एक स्मारक रोतीरुदै हुईगरेको मूर्तिमूर्तिको का है और दुसरा स्मारक अमर ज्योति है।छ। बाग में घुमने का समय गर्मियों में सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक और सर्दियों में सुबह 10 बजे से शाम 5 तक रखासम्म गयाराखिएको है।छ।
 
 
== अन्य दर्शनीय स्थल ==
=== गुरुद्वारे ===
अमृतसर की दक्षिण दिशा में संतोखसर साहब और बिबेसर साहब गुरूद्वार है।छ। इनमें से संतोखसर गुरूद्वारा स्वर्ण मंदिर से भीभन्दा बडाठुलो है।छ। महाराजा रणजीत सिंह ने रामबाग पार्क में एक समर पैलेस बनवाया था। इसकी अच्छी देखरेख की गई जिससे यह आज भी सही स्थितिस्थितिमा में हैं।छ। इस महल की बाहरी दीवारों पर लाल पत्थर लगे हुएलगाएको हैं।छ। इस महल को अब महाराजा रणजीत सिंह संग्राहलय में बदलसंग्राहलयमा दियापरिवर्तन गयागरिएको है।छ। इस संग्राहलय में अनेक चित्रों और फर्नीचर को प्रदर्शित कियागरिएको गया है।छ। यह एक पार्क केको बीचबीचमा मेंबनेको बना हुआ है।छ। इस पार्क को बहुत सुन्दर बनाया गयाबनाईएको है।छ। इस पार्क को लाहौर केको शालीमार बाग जैसा बनायाजस्तो गयाबनाईएको है।छ। संग्राहलय में घूमने का समय सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तकसम्म रखाराखिएको गया है।छ। यह सोमवार को बंद रहता है।रहन्छ।
 
=== हाथी गेट मंदिर ===
प्राचीन हिन्दू मंदिर हाथी गेट क्षेत्र में स्थित हैं।छ। यहां पर दुर्गीयाना मंदिर है।छ। इस मंदिरमंदिरलाई को हरमंदिर कीहरमंदिरको तरह बनाया गयाबनाईएको है।छ। इस मंदिर के जलाशयमंदिरको केजलाशयको मध्य में सोने की परत चढा गर्भ गृह बनाबनेको हुआ है।छ। दुर्गीयाना मंदिर केमंदिरको बिल्कुल पीछे हनुमान मंदिर है।छ। दंत कथाओं केको अनुसार यही वह स्थान है जहां हनुमान अश्वमेध यज्ञ केको घोडे को लव-कुश से वापस लेने आए थे और उन दोनों ने हनुमान को परास्त कर दिया था।
 
=== खरउद्दीन मस्जिद ===
यह मस्जिद गांधी गेट केगेटको नजदीक हॉल बाजार में स्थित है। नमाजछ। केनमाजको समय यहां बहुत भीड़ होती है।हुदछ। इस समय इसका पूरा प्रागंण नमाजियों सेबाट भराभरिएको होता है।छ। उचित देखभाल केरेखदेखको कारण भारी भीड केभीडको बावजूद इसकी सुन्दरता में कोई कमी नहींआएको आई है।छ। यह मस्जिद इस्लामी भवन निर्माण कला की जीती जागती तस्वीर पेश करती हैगर्दछ मुख्य रूप से इसकी दीवारों पर लिखी आयतें। यह बात ध्यान देने योग्य है कि जलियांवाला बाग सभा केसभाको मुख्य वक्ता डॉ सैफउद्दीन किचलू और डॉ सत्यपाल इसी मस्जिद से ही सभा को संबोधित कर रहे थे।
 
;दुर्गियाना मंदिर
यह हिन्दुओं का धार्मिक स्थल है, जिसकेजसको गुम्बद पर सोने तथा चाँदी का आवरण है।छ।
 
;जलियाँवाला बाग
वर्ष 1919 में तत्कालीन ब्रिटिश सरकार ने इसी स्थान पर करीब 2000 भारतीयों का नरसंहार किया था। आज यहाँ उस दुःखद घटना की याद दिलाता स्मारक खड़ा है।छ।
 
;बाबा अटल राय स्तंभ
यह गुरु हरगोविंदसिंह केहरगोविंदसिंहको नौ वर्षीय पुत्र का शहादत स्थल है।छ।
 
;तरन तारन
अमृतसर से करीब 22 किलोमीटर दूर इस स्थान पर एक तालाबताल है।छ। ऐसी मान्यता है कि इसकेयसको पानी में बीमारियों को दूर करने की ताकत है।छ।
 
;राम तीर्थ
यह भगवान राम केरामको पुत्रों लव तथा कुश का जन्म स्थल माना जाता है।मानिन्छ।
 
== आसपास केआसपासको दर्शनीय स्‍थल ==
 
=== बाघा बोर्डर ===
बाघा बोर्डर पर हर शाम भारत की सीमा सुरक्षा बल और पाकिस्तान रेंजर्स की सैनिक टुकडियां इकट्ठीभेला होती है।हुन्छन। विशेष मौकों पर मुख्य रूप से 14 अगस्त केको दिन जब पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस समाप्त होताहुदछ है और भारत केभारतको स्वतंत्रता दिवस की सुबहबिहान होती हैहुदछ उस शाम वहां पर शांति केको लिएलागी रात्रि जागरण किया जाता है।गरिन्छ। उस रात वहां लोगों को एक-दुसरे से मिलने की अनुमति भीपनि दीदिईन्छ। जाती है। इसकेयसको अलावा वहां पर पूरे साल कंटिली तारें, सुरक्षाकर्मी और मुख्य द्वार केको अलावा कुछ दिखाई नहीं देता।
 
 
== खानपान: ==
अमृतसर केअमृतसरको व्यंजन पूरे विश्व में प्रसिद्ध हैं।छ। यहां का बना चिकन, मक्के की रोटी, सरसों का साग और लस्सी बहुत प्रसिद्ध है।छ। अमृतसर पंजाब में स्थितअस्थित है।छ। खाने-पीने केको शौकीन लोगों केको लिएलागी पंजाब स्वर्ग माना जाता है।मानिन्छ।
 
दरबार साहिब केसाहिबको दर्शन करनेगरे के बादपछि अधिकतर श्रद्धालु भीजे भठुर, रसीली जलेबी और अन्य व्यंजनों का आनंद लेनेलिनको केलागी लिए भरावन केभरावनको ढाबे पर जातेमा हैं।जान्छन। यहां की स्पेशल थाली भी बहुत प्रसिद्ध है।छ। इसकेयसको अलावा लारेंस रोड की टिक्की, आलू-पूरी और आलू परांठे बहुत प्रसिद्ध हैं।छ। अमृतसर केअमृतसरको अमृतसरी कुल्चे बहुत प्रसिद्ध है।छ। अमृतसरी कुल्चों केको लिएलागी सबसे बेहतर जगह मकबूल रोड केको ढा़बे हैं।हो। यहां केवल दो बजे तक की कुल्चे मिलते हैं।पाईन्छ। पपडी़ चाट और टिक्की केको लिएलागी बृजवासी की दूकान प्रसिद्ध है।छ। यह दूकान कूपर रोडरोडमा परअस्थित स्थित है।छ। लारेंस रोड पर बी.बी.डी.ए.वी. गर्ल्‍स कॉलेज केको पासछेउ शहर केशहरको सबसे अच्छे आम पापड़ मिलते हैं।पाईन्छ। शाकाहारी खाने केको साथ-साथ अमृतसर अपने मांसाहारी व्यंजनों केको लिएलागी भीपनि प्रसिद्ध है।छ। मासंहारी व्यंजनों में अमृतसरी मछी बहुत प्रसिद्ध है।छ। इस व्यंजन को चालीस साल पहले चिमन लाल ने तैयार किया था। अब यह व्यंजन अमृतसर केअमृतसरको मांसाहारी व्यंजनों की पहचानपरिचय है।छ। लारेंस रोड पर सूरजीत चिकन हाऊस अपने भूने हुए चिकन केको लिएलागी और कटरा शेर सिंह अपनी अमृतसरी मछी केको लिएलागी पूरे अमृतसर में प्रसिद्ध है।छ।
 
== बाजार-हाट ==
अमृतसर का बाजार काफीधेरै अच्छाराम्रो है।छ। यहां हरहरेक तरह केप्रकारको देशी और विदेशी कपडे़ मिलते हैं।पाईन्छ। यह बाजार काफी कुछ लाजपत नगर जैसाजस्तो है।छ। अमृतसर केअमृतसरको पुराने शहर केशहरको हॉल बाजार केबाजारको आसछेउ-पास केछाउको क्षेत्र मुख्यत: कोतवाली क्षेत्र केक्षेत्रको पासछेउमा परंपरागत बाजार हैं।छ। इन बाजारों केको अलावा यहां पर अनेक कटरे भीपनि हैं।छ। यहां पर आभूषणों से लेकर रसोई तक का सभी सामान मिलता है।पाईन्छ। यह अपने अचारों और पापडों केको लिएलागी बहुतधेरै प्रसिद्ध है।छ। पंजाबी पहनावा भी पूरे विश्व में बहुतधेरै प्रसिद्ध है।छ। खासकर लड़कियों में पंजाबी सूट केसूटको प्रति बहुत चाव रहता है।रहन्छ। सूटों केको अलावा यहां पर पगडी़, सलवार-कमीज, रूमाल और पंजाबी जूतियों की बहुत मांग हैं।छ।
 
दरबार साहब केको बाहर जो बाजार लगता है।लाग्दछ। वहां पर स्टील केस्टीलको उच्च गुणवत्ता वाले बर्तन और कृपाण मिलते हैं।पाईन्छ। कृपाण को सिक्खों में बहुत पवित्र माना जाता है।मानिन्छ। तलवारों की कीमत 125 रू से शुरू होतीहुदछ। है।यि इन सब केसबैको अलावा यहां पर सिक्ख धर्म से जुडी किताबें और साहित्य भी प्रचुर मात्रा में मिलतामात्रामा है।पाईन्छ।
 
== स्थिति ==
 
यात्रा में लगने वाला समय: रेलमार्ग और सडक मार्ग से 9 घंटे, वायुमार्ग से 1 घंटा।
यह भारत केको बिल्कुल पश्चिम छोर पर स्थित है।छ। यहां से [[पाकिस्तान]] केवल 25 किमी. की दूरी पर स्थित है।छ। [[राष्ट्रीय राजमार्ग]] 1 द्वारा [[करनाल]], [[अम्बाला]], खन्ना,[[जलंधर]] और [[लुधियाना]] होते हुए अमृतसर पहुंचापुग्न जा सकता है।सकिन्छ।
दूरी: यह दिल्ली से उत्तर पूर्व में 447 किमी. की दूरीदूरीमा परअस्थित स्थित है।छ।
 
अमृतसर जानेजानको केलागी लिएसबभन्दा सबसे अच्छाराम्रो समय अक्टूबर से मार्च हैहो
 
== आवागमन ==
;वायु मार्ग:
अमृतसर का राजा सांसी हवाई अड्डा दिल्ली से अच्छीराम्रो तरहसंग जुडाजोडिएको हुआ है।छ।
;रेल मार्ग:
दिल्ली से टाटानगर-जम्मूतवी एक्सप्रैस और गोल्डन टेम्पल मेल द्वारा आसानी से अमृतसर रेलवे स्टेशन पहुंचापुग्न जा सकता है।सकिन्छ।
;सडक मार्ग:
अपनी कार से भी ग्रैंड ट्रंक रोड द्वारा आसानी से अमृतसर पहुंचापुग्न जा सकता है।सकिन्छ। बीच में विश्राम करने केगर्नको लिएलागी रास्ते में सागर रत्ना, लक्की ढाबा और हवेली अच्छे रस्तरांरेष्टुरा है।छ। यहां पर रूककर कुछ देर आराम कियागर्न जा सकता हैसकिन्छ और खाने का आनंद भी लियालिन जासकिन्छ। सकता है। इसकेयसको अलावा दिल्ली केदिल्लीके कश्मीरी गेट बस अड्डे से भी अमृतसर के लिए बसेंअमृतसरको जातीलाग्द हैं।छ।
 
== पहुंच ==
* हवाई अड्डे से शहर की दूरी करीब 11 किलोमीटर है, जिसे तय करने में 15 मिनट कामिनटको समय लगता है।लाग्दछ।
 
* अक्टूबर से मार्च तक का समय इस शहरशहरको केभ्रमणको भ्रमण के लिएलागी उपयुक्त है।छ।
{{अमरतसर}}
{{-}}
{{भारत केभारतको मिलियन+ नगर}}
 
[[az:Amritsar]]
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